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Hindi Book Review || Bawali Booch (बावली बूच) by Sunil Kumar || हिंदी समीक्षा ||


किताब का नाम: बावली बूच

लेखक: सुनील कुमार

Genre: उपन्यास

प्रकाशक: हिंद युग्म ब्लू 

पहला संस्करण: 2020

रेटिंग: 4/5 स्टार्स

सुनील कुमार जी की लिखी हुई उपन्यास 'बावली बूच' हमें पत्रकारिता की उस दुनिया से रुबरू कराती है जो आम आदमी की नजरों से छुपा हुआ है। ये एक ऐसी अनोखी दुनिया है जहा खबरों को सिर्फ ढूँढा ही नही जाता, बल्कि बनाया भी जाता है। गणतंत्र का चौथा स्तम्भ कहे जाने वाला मीडिया जब चौबीसों घंटे न्युज दिखाने की होड़ में खुद का ईमान बेच झूठी अफवाह फ़ैलाने का काम करती है, तब उसका सही खबरों से या जिम्मेदारी पुर्ण पत्रकरिता से दूर दूर तक कोई वास्ता नही होता। टीआरपी के नशे में चूर उसे दिखता है तो सिर्फ अपना फायदा, चाहे वो किसी भी हाल में क्यूँ ना हो। और सच्चाई को तोड़ कर दिखाने के इसी खेल मे जब कोई नया इंसान फँसता है तो उसके लिए खुद को वहां से निकाल पाना नामुमकिन हो जाता हैं, और वो व्यक्ति इस दलदल मे धंसता चला जाता है।

बावली बूच की कहानी एक ऐसे ही लड़के की है। हरियाणा के रोहतक का रहने वाला अंतक चौधरी जब जर्नलिज्म का कोर्स करने दिल्ली के सीनियर मीडिया चेनल में पहुँचता है, तो उसका सामना होता है मीडिया के इसी सच्चाई से, जो उसके होश उड़ा देती है। अगर बात की जाये कहानी की तो वह बड़ी ही दिलचस्प तरीके से मीडिया हाउस के अंदर का असली चेहरा हमे दिखाती है। मुझे जो बात सबसे ज्यादा पसंद आया वो है सुनील कुमार का व्यंग्यात्मक स्वर। पत्रकारिता के जगत से सहित्य में कदम रखनेवाले उपन्यासकार सुनील कुमार जी नेे मीडिया हाऊस के अंदर चलने बाले इस गोरखधंधे को करीब से देखा है, और शायद इसी वजह से उनकी लेखनी में सच्चाई झलकती है। जिस बेहतरीन अंदाज से उन्होने इस कहानी को बुना है, वो सचमुच में लाजबाब है। इस कहानी को पड़ते वक्त मुझे ऐसा लग रहा था मानो  कहानी के सभी पात्र मेरे आखों के सामने हो। सुनील जी की ऑब्जरवेशन स्किल्स कितनी बेमिसाल है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकता हैं। कहानी के हर एक किरदार को बड़े ही ध्यान से बुना गया हैं। ख़ासकर इलाहाबाद के संजय मिश्रा की बातें सुनकर आप हँसने को मजबुर हो जायेंगे ।

ओवरऑल बहुत अच्छा अनुभब रहा। इस उपन्यास को जरूर पढ़िए । में इस उपन्यास को 4 स्टार्स देता हू और आपसे इसे पढ़ने की गुजारिश करूंगा।

हैप्पी रीडिंग

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A freelance blogger and Bookstagrammer,Animesh Das is a Gold Medalist alumnus of Guru Ghasidas Central University, Chhattisgarh. A large number of his Research articles, poems, book-reviews and short-stories have been published in various national and International Journals, Magazines and Anthologies. He has a penchant for music, photography and recitation. You can catch him on Instagram @booksandbeard

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